श्रावणी पूर्णिमा रक्षाबन्धन
रक्षाबन्धन विश्व का पवित्र पर्व है यह त्योहार श्रावण पूर्णिमा को मनाया जाता है । श्रावण में शिव पूजन होता है सन्त तुलसीदास जयंती होती है रक्षाबन्धन पर्व बनाया जाता है। श्रावण मे श्रवण कुमार को याद किया जाता है ।कूछ कथा पर्व से जुड़ी हैं जो उल्लेखनीय हैं। श्रवण कुमार - श्रवण एक बालक था जो माता पिता को टोकरी में बिठा कर तीर्थ दर्शन करा रहा थाराजा दशरथ जंगल मे शब्द भेदी बान का उपयोग करते इसमें चावल को अभिमंत्रित करके जल में डाल देते वह शब्द जंहा से आता उस निशान को भेद देता राजा को जंगेल में आवाज आई शब्द भेदी बन का उपयोग किया वह एक बालक को लगा राजा शब्दों का पीछा करते वंहा गए तो येह सिँह आदि नही था यह क्या बालक को लग गया राजा अवाक रह गये क्या करें इधर बालक क़े हाल ज्यादा बिगडे वे उसको अंक में लेते है वह साँस टूट रही थी आखिर में कुछ कह पाय ऐसा उसको कम सम्भावना थी वह बोला मेरे माता पिता वंहा प् प्यासे है उन्हें जल......सांस टुट गई राजा कुछ स्तब्ध है जल्दी से जल भरके इधर उधर देखते हैं वृक्ष के नीचे दो टोकरी थी जो एक डंडे से बन्धी थी माता पिता अति वृद्ध थे लगा उन्हें ढंग